कलाकृति शीर्षक
:
सिटी लोक डाउन
कलाकार /मूर्तिकार
:
खुश नारायण जांगिड
विवरण
:
कोरोना काल को दर्शाते हुए राजस्थान मिनिएचर शैली की कलाकृति |
सौजन्य
:
1993 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों द्वारा – अखिल अरोड़ा, अपर्णा अरोड़ा,
शिखर अग्रवाल एवं संदीप वर्मा
दिनांक :
21 जून 2021
कलाकृति शीर्षक
:
सुनहरी वर्षा
कलाकार /मूर्तिकार
:
सुरभि सोनी
विवरण
:
चमकीले लेकिन सूक्ष्म स्वरों में पेंटिंग की अर्ध अमूर्त शैली। जैसे फूल मुझ पर मुस्कुराते हैं
और मुझे खुशी देते हैं, मैं अपने काम के माध्यम से खुशी फैलाना पसंद करता हूं।
उनका अस्तित्व ही आनंद फैलाना है और फूलों से कोई भी कुछ भी कह सकता है।
हर भाव को सभी भाषाओं में बोलना।
सौजन्य
:
जवाहर कला केंद्र, जयपुर
दिनांक :
21 जून 2021
कलाकृति शीर्षक
:
मुझे (Me)
कलाकार /मूर्तिकार
:
शुवान्कर बिस्वास
विवरण
:
यहाँ बकरी एक आम आदमी को दर्शाती है जो हर पल, हर जगह समस्या का सामना करता है।
आम आदमी की तुलना "बाली का बकरा" से की जाती है। इस पेंटिंग में पूरा कैनवास
हिबिस्कस के फूलों से भरा हुआ है जो इस बात का प्रतीक है कि एक आम आदमी का
जीवन समस्याओं से भरा है। कभी-कभी वह स्थिति से बाहर निकल जाता है और आराम
महसूस करता है क्योंकि बकरी का सिर फूल से बाहर है लेकिन उसका अधिकतम हिस्सा
अंदर फंस गया है जिसका अर्थ है कि वह अपनी सभी समस्याओं से कभी छुटकारा नहीं पाएगा।
सौजन्य
:
जवाहर कला केंद्र, जयपुर
दिनांक :
21 जून 2021
कलाकृति शीर्षक
:
कृष्ण-नृत्य
कलाकार /मूर्तिकार
:
श्वेत गोयल
विवरण
:
कृष्ण को नृत्य करते हुए दर्शाया गया है |
सौजन्य
:
जवाहर कला केंद्र, जयपुर
दिनांक :
21 जून 2021
कलाकृति शीर्षक
:
अंतहीन सुंदरता
कलाकार /मूर्तिकार
:
शकुन्तला महावर
विवरण
:
विवरण: अनंत सौंदर्य के बीच पृथ्वी के तल के नीचे देखी गई चंद्रमा की रात को चित्रित करते हुए, चेहरे को छूती हुई कोमल और मीठी हवा को महसूस करते हुए और हृदय को झकझोर करते हुए |
सौजन्य
:
जवाहर कला केंद्र, जयपुर
दिनांक :
21 जून 2021
कलाकृति शीर्षक
:
मत्स्यअवतार
कलाकार /मूर्तिकार
:
भावना सक्सेना
विवरण
:
इस पेंटिंग में मत्स्य अवतार का चित्रण किया गया है। जिसमे हयग्रीव असुर से चारो वेदों का उद्धार कर पुनः ब्रह्मा जी के पास स्थापित करना तथा राजा मनु के साथ सप्तरिषियो तथा चार कुमार और वनस्पतियां के जीवन बीज को बचाना दर्शाया गया है |
सौजन्य
:
जवाहर कला केंद्र, जयपुर
दिनांक :
21 जून 2021
कलाकृति शीर्षक
:
बंजारन
कलाकार /मूर्तिकार
:
सुमित्रा अहलावत
विवरण
:
कलाकृति में भारतीय सुंदरता को दर्शाया गया है |
सौजन्य
:
जवाहर कला केंद्र, जयपुर
दिनांक :
21 जून 2021
कलाकृति शीर्षक : श्री गणेश जी
कलाकार /मूर्तिकार : श्री शिव लाल बगड़िया
विवरण : श्री गणेश जी शांत मुद्रा में आशीर्वाद देते हुए |
सौजन्य : 2014 बैच (राजस्थान काडर) के आईएएस अधिकारीगण
(आशीष मोदी, अंकित सिंह, डॉ. भंवर लाल, डॉ. भारती दीक्षित, चिन्मयी गोपाल, गौरव अग्रवाल, सुरेश ओला,
शुभम चौधरी, पीयूष सामरिया एवं उमर-उल-ज़मान चौधरी )
दिनांक : 09 अक्टूबर 2020
कलाकृति शीर्षक : गांधी
कलाकार /मूर्तिकार : श्री गोपाल स्वामी खेतांची के मार्गदर्शन में श्री हरी राम कुम्भावत द्वारा बनायी गयी है |
विवरण : इस कलाकृति में अहिंसा, शान्ति, सत्य एवं अमरत्व के प्रतीक महात्मा गाँधी जी के पास तीन कौवे दर्शाए गए है | भारतीय पौरोणिक
इतिहास में मात्र कौवा एक अकेला पक्षी है जो वैतरणी नदी पार कर सकता है | जबकि आधुनिक किवंदती के अनुसार तीन
कौवों का इकठ्ठा होना इस बात का प्रतीक है कि बुरे समय का अंत निकट है | तीन कौवों से घिरे महात्मा गांधी जी की यह
कलाकृति हमें कोरोना काल का अंत समय होने की सूचना देती है |
सौजन्य : श्री गोपाल स्वामी खेतांची
दिनांक : 07 सितम्बर 2020
कलाकृति शीर्षक : राजस्थान_सतर्क_है
कलाकार /मूर्तिकार : श्री खुश नारायण जांगिड़
विवरण : श्री खुश नारायण जांगिड़ राजस्थानी मिनियेचर शैली के ख्यातिप्राप्त चित्रकार है, जिन्होंने इस कृति के माध्यम से
कोरोनाकाल को चुनौती देते हुए सपत्नीक सेल्फ पोट्रेट का चित्रांकन किया है |
सौजन्य : 1994 बैच (राजस्थान काडर) के आईएएस अधिकारीगण
(कुलदीप रांका, श्रेया गुहा, नरेश पाल गंगवार, आनंद कुमार, रोली सिंह)
दिनांक : 27 अगस्त 2020